IRFC Share: मे भारी गिरावट, जाने निवेशक का रिएक्शन?
IRFC शेयर गिरावट
इंडियन रेलवे फाइनेंस कॉरपोरेशन (IRFC) के शेयर आज शुरुआती कारोबार में 3.5% गिर गए। यह लगातार आठवां दिन है जब कंपनी के शेयर गिरावट के साथ कारोबार कर रहे हैं। पिछले तीन सालों में यह पहली बार है जब कंपनी के शेयरों में इतनी लंबी गिरावट देखी गई है। मार्च 2021 में, कंपनी के शेयर लगातार नौ दिनों तक गिरावट में रहे थे। सुबह 11 बजे के करीब, NSE पर कंपनी के शेयर 3.5% की गिरावट के साथ 185.54 रुपये के भाव पर कारोबार कर रहे थे।
इस गिरावट के साथ, स्टॉक का भाव अब इसके 50-दिनों के मूविंग एवरेज के करीब पहुंच गया है, जो 182 रुपये है। IRFC के शेयरों ने 15 जुलाई को 229 रुपये का रिकॉर्ड उच्च स्तर छुआ था, तबसे इसके शेयरों में लगभग 17% की गिरावट आई है। स्टॉक का रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स (RSI) अब 48 के स्तर पर है, जो न तो “ओवरबॉट” है और न ही “ओवरसोल्ड”।
हालांकि, जुलाई महीने में IRFC के शेयरों ने अभी भी 8% का रिटर्न दिया है। इस साल की शुरुआत से अबतक कंपनी के शेयरों में लगभग 84.59% की तेजी आई है। पिछले एक साल में इसने अपने निवेशकों को 438.17% का मल्टीबैगर रिटर्न दिया है।
कंपनी के शेयरहोल्डिंग पैटर्न के मुताबिक, जून तिमाही में 5.79 लाख छोटे शेयरधारकों ने IRFC के शेयर खरीदे। IRFC का शेयर खरीदने वाले छोटे शेयरधारकों की संख्या अब बढ़कर 50.63 लाख हो गई है, जबकि मार्च तिमाही में 44.84 लाख थे।
घरेलू म्यूचुअल फंडों ने भी जून तिमाही में IRFC में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई है। मार्च तिमाही में, म्यूचुअल फंड्स के पास कंपनी की 0.18% हिस्सेदारी थी, जो अब बढ़कर 0.55% हो गई है। विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों की हिस्सेदारी 1.11% पर स्थिर है।
भारत सरकार के पास जून तिमाही के अंत में IRFC की 86.36% हिस्सेदारी है। इसका मतलब है कि सरकार को न्यूनतम पब्लिक शेयरहोल्डिंग नियमों के तहत अपनी 10 प्रतिशत से अधिक हिस्सेदारी बेचनी होगी।
Disclaimer: यह निवेश की सलाह नहीं है। शेयर बाजार जोखिमों के अधीन है। किसी भी निवेश से पहले एक्सपर्ट्स की सलाह जरूर लें।